अनेकता में एकता
सद्भाव की अभिव्यक्ति
१३वीं से १७वीं शताब्दी के भक्ति काल के दौरान, भारतीय उपमहाद्वीप में विविध दार्शनिक गुरुओं ने सामाजिक, सांस्कृतिक और अंतरधार्मिक सद्भाव को मजबूत करने के लिए अपनी आवाज उठाई। विभाजन और विचारहीन प्रथाओं को नकार कर, उन्होंने एकता के सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित किया। हालाँकि, उनके दर्शन की पहुंच उनके संबंधित भौगोलिक क्षेत्रों तक ही सीमित रही, क्योंकि उस समय, संदेश केवल मौखिक परंपराओं के माध्यम से प्रसारित किए जाते थे। गुरु नानक, जिनका जन्म १४६९ में हुआ था, एकता के प्रतीक हैं, जिन्होंने एशिया में अपनी व्यापक यात्राओं के दौरान, पाकपट्टन में बाबा फरीद की दरगाह का सफ़र किया और बाबा फरीद के सबदों का दस्तावेजीकरण किया, जो १३वीं शताब्दी से वहाँ गाए जा रहे थे। गुरु नानक के दृष्टिकोण का अनुसरण करते हुए, उनके पांचवे उत्तराधिकारी, गुरु अर्जन ने 'गुरु ग्रंथ साहिब' का संकलन किया और इसमें भारतीय उपमहाद्वीप के विविध दार्शनिक गुरुओं के सबदों को शामिल किया। उस समय के दौरान, जब ज्ञान प्रसारित करने के लिए कोई प्रिंटिंग प्रेस या इंटरनेट नहीं था, तब समावेशिता का यह विशाल प्रयास इस सार को मजबूत करने के लिए पूरा किया गया था कि एकीकरण मानवता को समृद्ध करता है।

'अनेकता में एकता' प्रोजैक्ट अंग्रेजी, हिंदी और पंजाबी में एक बहुभाषी ऑडियो-विज़ुअल शैक्षिक संसाधन है। यह उन संतों की जीवनी और दार्शनिक संदेशों का परिचय देता है, जिनके सार्वभौमिक सद्भाव 'गुरु ग्रंथ साहिब' में निहित हैं। इसमें गुरु नानक, भगत कबीर, भगत रामानंद, भगत रविदास, शेख़ फ़रीद, भगत नामदेव, भगत जयदेव, भगत त्रिलोचन, भगत सधना, भगत सैन, भगत पीपा, भगत धन्ना, भगत सूरदास, भगत परमानंद, भगत भीखन, भगत बेणी और भाई मरदाना के निर्धारित संगीतशास्त्र में १६५३ सबदों के रूपक संदेश शामिल हैं। यह पांच वर्षीय प्रोजैक्ट जनवरी २०२३ में शुरू किया गया था। इस वेबसाइट पर ऑडियो-विजुअल शैक्षिक सामग्री जून २०२५ से दिसंबर २०२८ तक समय- समय पर जारी की जा रही है, जिसमें यूट्यूब वीडियो और यूट्यूब म्यूज़िक शामिल हैं। सीखने के अनुभव को पूरक करने के लिए पठन सामग्री की 'पीडीएफ' फ़ाइलें भी डाउनलोड के लिए उपलब्ध हैं। इस प्रोजैक्ट की प्रेरणा २४-एपिसोड गुरु नानक दस्तावेज़ी धारावाहिक, 'रूपक, गुरु नानक के कदमों की रुहानी छाप' के निर्माण के दौरान विनम्र सीख से उभरी, कि 'गुरु ग्रंथ साहिब' के कई लोकप्रिय अनुवाद शाब्दिक अर्थ अपनाते हैं और लिंग पूर्वाग्रह प्रदर्शित करते हैं। इसने एक नए परिप्रेक्ष्य की आवश्यकता पर प्रकाश डाला जो रूपक व्याख्या और लिंग तटस्थता को ग्रहण करे, जो 'अनेकता में एकता' प्रोजैक्ट का एक अभिन्न पहलू है। बहुभाषी ऑडियो-विज़ुअल शैक्षिक सामग्री का यह विशाल भंडार उस पीढ़ी के लिए बनाया जा रहा है जो ज्ञान प्राप्त करने के साधन के रूप में पढ़ने से दूर जा रही है।
शुरुआत नीचे दिए दो वीडियो से करें
'अनेकता में एकता' वीडियो समतावादी समाज के आनंद का अनुभव करने के लिए विलक्षणता का संदेश प्रस्तुत करता है।
अब दार्शनिक गुरुओं को जाने
शैक्षिक सामग्री जून २०२५ से दिसंबर २०२८ के बीच चरणबद्ध तरीके से जारी की जा रही है।
(नीला बटन - शैक्षिक सामग्री उपलब्ध है।)
(स्लेटी बटन - शैक्षिक सामग्री वर्तमान में उपलब्ध नहीं है।)

